Saturday, April 11, 2009

अमीर धरती के 'अनिल पसुदकर'.....


10 comments:

  1. धरती सदा से अमीर है

    अमीर करती रही है

    अमीर करती रहेगी

    अनिल पसुदकर जी के

    करों से शब्‍दकर सदा

    वसूल करती रहेगी।

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  2. मूंछें बड़ी सही हैं

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  3. इतना खूबसूरत मै कभी सपने मे भी नही लगा,आभार आपका।वैसे मैं पसुदकर नही पुसदकर हूं। अनिल सही कह रहे है मूंछे बड़ी सही है और चंद्र मौलेश्वर प्रसाद जी से पोज़ के मामले मे सहमत हू।दिनेश जी बड़े भाई है उनके कहे पर कुछ भी कहने की हिम्मत नही है अविनाश भाई का कथन मै पूरा करने के लिये सदैव तत्पर रहूंगा।एक बार फ़िर आभार आपका।

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  4. vakai shandar!!

    ise abhi k abhi apan anil bhaiya k blog me dal dete hai ji ;)

    maja aa gaya

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  5. वाकई में, कैरीकैचर खूबसूरत और भावपूर्ण बना है

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  6. अनिल जी का इतना भाव-प्रवण कार्टून दे दिया आपने कि जी खुश हो गया । धन्यवाद ।

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