Monday, March 15, 2010

कैरिकेचर- अजय कुमार झा जी....

18 comments:

  1. अरे वाह ! झा जी तो छा गए

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  2. मुहं लटका हुआ है...संसद से बाहर कर दिए गए हैं का ?
    लड्डू बोलता है ....इंजीनियर के दिल से....
    laddoospeaks.blogspot.com

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  3. Order!Order!!Order!!!Vakeel sahab ke muh per ek muskaan laayi jaye....:-) aisi..
    bahut badiya,ajayji to har haal mein achchhe dikte hai.

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  4. बहुत कनिंग लग रहे हो भाई।
    पूरा वकील बना डाला है आरडीएक्स ने आप को।

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  5. # भारतीय नववर्ष 2067 , युगाब्द 5112 व पावन नवरात्रि की शुभकामनाएं
    # रत्नेश त्रिपाठी

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  6. अब सही वकील नजर आये झा जी..हा हा!! बहुत सही!!

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  7. बहुत सुन्दर और मनभावन कार्टून!
    भारतीय नव-वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ!

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  8. झा जी की तिरछी नज़र ज़रूर ब्लॉगवुड में उलटा-सीधा लिखने वालों पर है...

    जय हिंद...

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  9. बेहतरीन कैरीकेचर ! आभार ।

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  10. वाह!
    झा जी की तिरछी नजर
    किधर इशारा कर रही है,
    कुछ कुछ समझ मे आया

    आप सभी को नवसंवत्सर की बधाई

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  11. वकीलों की प्रेक्टिस भी

    जोखिम का सौदा

    अब बन जाएगी
    जब वकालत भी

    झा जी के चंगुल में

    कसमसा मसमसाएगी।

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  12. हा हा हा ..बहुत बहुत शुक्रिया जी ...आज आपकी तूलिका की जर्रा नवाजिश इस नाचीज़ पर हो गई ...और आपने तो हमें पूरा वकील साहब बना दिया ....वो भी तिरछी नज़र वाला ...आभार आपका इस स्नेह के लिए लिए ..इसे सहेज़ कर रख रहा हूं ..अपने ब्लोग के लिए ..एक बार पुन: बहुत बहुत धन्यवाद और आभार आपका ....स्नेह और साथ बनाए रखें ..
    अजय कुमार झा

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  13. तिरछी नज़र!?
    बच के रहना रे बाबा (और बॉबी) :-)

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