हा हा हा ..बहुत बहुत शुक्रिया जी ...आज आपकी तूलिका की जर्रा नवाजिश इस नाचीज़ पर हो गई ...और आपने तो हमें पूरा वकील साहब बना दिया ....वो भी तिरछी नज़र वाला ...आभार आपका इस स्नेह के लिए लिए ..इसे सहेज़ कर रख रहा हूं ..अपने ब्लोग के लिए ..एक बार पुन: बहुत बहुत धन्यवाद और आभार आपका ....स्नेह और साथ बनाए रखें .. अजय कुमार झा
अरे वाह ! झा जी तो छा गए
ReplyDeleteमुहं लटका हुआ है...संसद से बाहर कर दिए गए हैं का ?
ReplyDeleteलड्डू बोलता है ....इंजीनियर के दिल से....
laddoospeaks.blogspot.com
वा झा साब
ReplyDeleteOrder!Order!!Order!!!Vakeel sahab ke muh per ek muskaan laayi jaye....:-) aisi..
ReplyDeletebahut badiya,ajayji to har haal mein achchhe dikte hai.
बहुत कनिंग लग रहे हो भाई।
ReplyDeleteपूरा वकील बना डाला है आरडीएक्स ने आप को।
# भारतीय नववर्ष 2067 , युगाब्द 5112 व पावन नवरात्रि की शुभकामनाएं
ReplyDelete# रत्नेश त्रिपाठी
ha ha ha.. bahut khoob..
ReplyDeleteअब सही वकील नजर आये झा जी..हा हा!! बहुत सही!!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर और मनभावन कार्टून!
ReplyDeleteभारतीय नव-वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ!
झा जी की तिरछी नज़र ज़रूर ब्लॉगवुड में उलटा-सीधा लिखने वालों पर है...
ReplyDeleteजय हिंद...
बेहतरीन कैरीकेचर ! आभार ।
ReplyDeletenice
ReplyDeletevaah ji
ReplyDeletejha ji...
वाह!
ReplyDeleteझा जी की तिरछी नजर
किधर इशारा कर रही है,
कुछ कुछ समझ मे आया
आप सभी को नवसंवत्सर की बधाई
वकीलों की प्रेक्टिस भी
ReplyDeleteजोखिम का सौदा
अब बन जाएगी
जब वकालत भी
झा जी के चंगुल में
कसमसा मसमसाएगी।
हा हा हा ..बहुत बहुत शुक्रिया जी ...आज आपकी तूलिका की जर्रा नवाजिश इस नाचीज़ पर हो गई ...और आपने तो हमें पूरा वकील साहब बना दिया ....वो भी तिरछी नज़र वाला ...आभार आपका इस स्नेह के लिए लिए ..इसे सहेज़ कर रख रहा हूं ..अपने ब्लोग के लिए ..एक बार पुन: बहुत बहुत धन्यवाद और आभार आपका ....स्नेह और साथ बनाए रखें ..
ReplyDeleteअजय कुमार झा
ha ha ha ..
ReplyDeletebahut badhiya..
तिरछी नज़र!?
ReplyDeleteबच के रहना रे बाबा (और बॉबी) :-)