तीखे और ताजे कार्टूनों का अड्डा...
सही है!!!
इसको कहते हैं जो दूसरों के लिए गड्ढा खोदता है उसके लिए खाई खुद बखुद खुद जाती है। निकाह से पहले लाभ के साथ साथ हानि भी पढ़ ली होतीं !घुघूती बासूती
waah bahut khub
dharm nahin insaan ki pravatti sab aasan karati hai
गज़ब कार्टून!पचपन में बचपन? कभी तो बड़े होना ही पडेगा ऐसे प्रेमियों को.
धर्म का एक उपयोग यह भी।
दवा तो दे दीपर दारू कौन देगा ?
सही है!!!
ReplyDeleteइसको कहते हैं जो दूसरों के लिए गड्ढा खोदता है उसके लिए खाई खुद बखुद खुद जाती है। निकाह से पहले लाभ के साथ साथ हानि भी पढ़ ली होतीं !
ReplyDeleteघुघूती बासूती
waah bahut khub
ReplyDeletedharm nahin insaan ki pravatti sab aasan karati hai
ReplyDeleteगज़ब कार्टून!
ReplyDeleteपचपन में बचपन? कभी तो बड़े होना ही पडेगा ऐसे प्रेमियों को.
धर्म का एक उपयोग यह भी।
ReplyDeleteदवा तो दे दी
ReplyDeleteपर दारू कौन देगा ?