Friday, April 10, 2009

अरसे बाद एक नया केरीकेचर:- आज 'ओमकार चौधरी' साहब !


11 comments:

  1. wow man, that's impressive!!!!

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  2. हरि की भूमि पर
    विराजे हैं
    इनकी कलम से
    बजते सदा बाजे हैं
    मन को भाते
    इनके विचार निराले हैं।

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  3. टाई वाले भैया बिल्‍कुल ओमकार जैसे हैं।

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  4. ओमकार जी गम्भीर प्रवृति के व्यक्ति है लेकिन सवेंदशील भी जब DLA में थे तब कुछ सम्र्पक था हलाकिं वह सिर्फ मित्रों के ब्लाग पर ही टिप्पणी करते हैं।

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  5. Cool, very cool to see Papa this way first time in life. I'm amused but still laughing! Cool Work by the designer.

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