तीखे और ताजे कार्टूनों का अड्डा...
बहुत अच्छा है।
सही है.
wow man, that's impressive!!!!
हरि की भूमि परविराजे हैंइनकी कलम सेबजते सदा बाजे हैंमन को भातेइनके विचार निराले हैं।
from sanjay srivastavaperfect
टाई वाले भैया बिल्कुल ओमकार जैसे हैं।
So quet
ओमकार जी गम्भीर प्रवृति के व्यक्ति है लेकिन सवेंदशील भी जब DLA में थे तब कुछ सम्र्पक था हलाकिं वह सिर्फ मित्रों के ब्लाग पर ही टिप्पणी करते हैं।
Cool, very cool to see Papa this way first time in life. I'm amused but still laughing! Cool Work by the designer.
wah!kya baat hai
सुन्दर ।
बहुत अच्छा है।
ReplyDeleteसही है.
ReplyDeletewow man, that's impressive!!!!
ReplyDeleteहरि की भूमि पर
ReplyDeleteविराजे हैं
इनकी कलम से
बजते सदा बाजे हैं
मन को भाते
इनके विचार निराले हैं।
from sanjay srivastava
ReplyDeleteperfect
टाई वाले भैया बिल्कुल ओमकार जैसे हैं।
ReplyDeleteSo quet
ReplyDeleteओमकार जी गम्भीर प्रवृति के व्यक्ति है लेकिन सवेंदशील भी जब DLA में थे तब कुछ सम्र्पक था हलाकिं वह सिर्फ मित्रों के ब्लाग पर ही टिप्पणी करते हैं।
ReplyDeleteCool, very cool to see Papa this way first time in life. I'm amused but still laughing! Cool Work by the designer.
ReplyDeletewah!kya baat hai
ReplyDeleteसुन्दर ।
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